यूनाइटेड किंगडम के 19वें पूर्व प्रधानमंत्री विलियम इवार्ट ग्लैडस्टोन ने कहा था, “अगर आप ठंडे हैं, तो चाय आपको गर्म करेगी, अगर आप गर्म हैं, तो यह आपको ठंडा कर देगी।" भारत जैसे देश में जहां हर जगह चाय आम बात है और जब एक गर्म कप गाढ़ी, दूधिया, शक्कर वाली 'चाय' की चुस्की लेने का मौका मिले तो जिस वक्त तापमान रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच जाता है, शायद ज्यादातर लोगों के दिमाग में आखिरी शब्द चाय ही आएगा। लेकिन जिस वक्त लोग चाय के परंपरागत स्वाद के आदी हैं, इसके माहिर ऐसी कई अनोखी चाय बनाने की कोशिश करने और स्वाद लेने में लगे हुए हैं जो शरीर को ठंडा और तरोताजा करती हैं।
बुरांश चाय या रोडोडेंड्रोन चाय एक ऐसा ही पेय है जो उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और सिक्किम के आसपास के उत्तरी क्षेत्रों में काफी लोकप्रिय है। यह चाय मार्च के अंत से मई तक हिमालयी क्षेत्र की ठंडी पहाड़ियों में खिलने वाले सुर्ख लाल रोडोडेंड्रोन फूलों की सूखी पंखुड़ियों से बनती है। बुरांश चाय पाचन में सहायक, एलर्जी से लड़ने और फेफड़ों की सेहत में सुधार के अलावा इसके सूजन कम करने वाले गुणों के लिए जानी जाती है।
रोडोडेंड्रोन फूलों की पंखुड़ियों को हाथ से चुना जाता है, फिर धूप में सुखाया जाता है और चीनी के साथ पानी में उबाला जाता है। इससे छानने और परोसने से पहले, स्वाद को बढ़ाने के लिए तुलसी के पत्ते और कुछ ग्रीन टी भी डाली जाती है।
'Ek cup chai, aur hojaye?' A question we can hardly ever say NO to.
— Dept of Animal Husbandry & Dairying, Min of FAH&D (@Dept_of_AHD) May 21, 2022
Wishing all the #ChaiLovers a very Happy #InternationalTeaDay! ☕✨#Chai #Milk #DairyIndia #AmritMahotsav pic.twitter.com/7pI92NUh4I
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