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Suvichar for School Students स्कूल में बोलने के लिए सुविचार विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायक सुविचार


Suvichar for School Students स्कूल
Suvichar for School Students 


इस पोस्ट में हम चुनींदा और बेहतरीन कोट्स लेकर आए हैं और वो भी फोटो के साथ। इन्हें आप स्कूल छात्रों के साथ साँझा करने के इलावा सोशल मीडिया पर भी साँझा कर सकते हैं। 


कभी स्कूल के छात्रों की ज़िन्दगी भी तनाव पूर्ण हो जाती है और कभी कभी निराश महसूस करते हैं। ऐसे में हर एक शिक्षक बच्चों को समय समय पर प्रोत्साहित करते रहें। ऐसे में स्कूल की एसेंब्ली में बोले जाने वाले प्रेरणादायक सुविचार बहुत महत्व रखते हैं। इन्हीं को मद्देनज़र रखते हुए हम आपके लिए कुछ बेहतरीन स्कूल में बोलने के लिए सुविचार लेकर आए हैं। स्कूल एसेंब्ली के लिए हमारे विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायक सुविचार पढ़ें और अपने छात्रों को बेहतर जीवन के लिए प्रेरित करें। तो चलिए नज़र डालते हैं छात्रों के सुविचारों पर।


1) केवल एक परीक्षा में असफल हो जाना आपकी हार नहीं है। जिस पल आप कड़ी मेहनत करना बंद कर देते हैं, तब आप वास्तव में हार जाते हैं।


2) आपकी आदतों और लाइफस्टाइल में किया गया एक छोटा सा बदलाव भी आपके जीवन में बड़ा बदलाव ला सकता है।



3) अपने ऊपर हमेशा भरोसा रखो और मेहनत करते रहो।


4) हर किसी के पास कोई न कोई प्रतिभा है और आपको बस यह पता लगाना है कि आपकी प्रतिभा क्या है।


5) अगर आप अपनी क्षमता से आगे बढ़ने से डरते हैं तो आप कुछ बड़ा हासिल नहीं कर सकते। जोखिम उठाएं और दुनिया को दिखाएं कि आप क्या करने में सक्षम हैं।



6) सत्य को हजार तरीकों से बताया जा सकता है, फिर भी हर एक सत्य ही होगा।


7) बाहरी स्वभाव केवल अंदरूनी स्वभाव का बड़ा रूप है।


8) ब्रह्माण्ड की सारी शक्तियां पहले से हमारी हैं। वो हम ही हैं, जो अपनी आंखों पर हाथ रख लेते हैं और फिर रोते हैं कि कितना अंधकार है।


9) विश्व एक विशाल व्यायामशाला है, जहां हम खुद को मजबूत बनाने के लिए आते हैं।


10) दिल और दिमाग के टकराव में दिल की सुनो।


11) किसी दिन, जब आपके सामने कोई समस्या न आए – आप सुनिश्चित हो सकते हैं कि आप गलत मार्ग पर चल रहे हैं।


12) एक समय में एक काम करो और ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमें डाल दो और बाकी सब कुछ भूल जाओ।


13) जब तक जीना, तब तक सीखना – अनुभव ही जगत में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक है।


14) जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते, तब तक आप भगवान पर विश्वास नहीं कर सकते।


15) जो अग्नि हमें गर्मी देती है, हमें नष्ट भी कर सकती है, यह अग्नि का दोष नहीं हैं।


16) चिंतन करो, चिंता नहीं, नए विचारों को जन्म दो।


17) हम वो हैं, जो हमें हमारी सोच ने बनाया है। इसलिए, इस बात का ध्यान रखिए कि आप क्या सोचते हैं। शब्द गौण हैं, विचार रहते हैं, वे दूर तक यात्रा करते हैं।